*बड़ी खबर*
यह उत्तर भारत में संभावित अचानक बाढ़ पर एक महत्वपूर्ण अपडेट है। यह पूर्वानुमान अगले 24 घंटों, यानी 10 अगस्त, 2025 को सुबह लगभग 11:30 बजे तक को कवर करता है। यह मुख्यतः जारी बारिश के कारण, कुछ क्षेत्रों में कम से मध्यम जोखिम की ओर इशारा करता है। हालाँकि यह पूरी तरह से आपात स्थिति नहीं है, फिर भी अगर आप इन क्षेत्रों में या इनके आस-पास हैं तो इस पर ध्यान देना ज़रूरी है। मैं इसे राज्यवार विभाजित करूँगा ताकि इसे समझना आसान हो जाए।
*उत्तराखंड में अचानक बाढ़ का खतरा*
उत्तराखंड में, पूर्वानुमान के अनुसार, कई जिलों में अचानक बाढ़ आने की कम से मध्यम संभावना है। इनमें बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल और उत्तरकाशी शामिल हैं। यह जोखिम कुछ जलग्रहण क्षेत्रों और आस-पड़ोस में केंद्रित है जहाँ भारी बारिश से जल स्तर तेज़ी से बढ़ सकता है। अगर आप यहाँ यात्रा या बाहरी गतिविधियों की योजना बना रहे हैं, तो स्थानीय अपडेट देखें और बाढ़ की आशंका वाले क्षेत्रों से बचें।
*हिमाचल प्रदेश में अचानक बाढ़ का खतरा*
हिमाचल प्रदेश में भी, कुछ ज़िलों: मंडी, कांगड़ा, कुल्लू, सिरमौर और शिमला में ऐसी ही चिंताएँ हैं। फिर से, कुछ चुनिंदा जलग्रहण क्षेत्रों और आस-पड़ोस में अचानक बाढ़ आने का जोखिम कम से मध्यम है। अपेक्षित वर्षा उन जगहों पर और भी ज़्यादा बढ़ सकती है जहाँ पहले से ही बारिश की स्थिति है। निवासियों और आगंतुकों को सतर्क रहना चाहिए, खासकर अगर आप इन इलाकों के पहाड़ी या निचले इलाकों में हैं।
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