*पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डा. शिवेन्द्र सिंह बघेल के दिशा निर्दशन एवं नगर पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र प्रताप सिंह चौहान के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सिटी कोतवाली निरीक्षक रावेन्द्र द्विवेदी के नेतृत्व मे की गई कार्यवाही*
*घटना का संक्षिप्त विवरण-* थाना सिटी कोतवाली सतना मे कियोस्क संचालक त्रिवेणी प्रसाद वर्मा पिता श्री शारदा प्रसाद वर्मा उम्र 31 साल निवासी केशव नगर वार्ड क्र.32 धवारी सतना थाना सिटी कोतवाली सतना ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि स्टेशन रोड सतना मे रेल्वे स्टेशन के पास एम.पी. आनलाईन दुकान है। दिनाक 24.05.25 दोपहर के करीबन 01.10 बजे एक व्यक्ति दुकान में आया और परिचय देते हुये अपना नाम पवन कुमार सिह बताया और उसने बोला कि मुझे एक खाता में पैसा भेजना है मै नगदी दे रहा हूं आप पैसा ट्रांसफर कर दीजिये। तब उसने फरियादी का मोबाइल लिया मोबाइल के फोन पे में खाता नंबर डाल दिया। तब फरियदी अपने मोबाइल फोन उससे लेकर उसमे पिन डालकर 1000/- रू ट्रांसफर कर दिया और उसने फरियादी को 1000/- रूपये नगद दे दिया। मोबाइल में पिनकोड डालते हुये उसने देख लिया था, दुकान के बाहर चला गया। थोडी देर बाद पुनः वापस दुकान में आया और बोला कि जो पैसे 1000 रूपये भेजे हैं वह पैसा चला गया है उसी अकाउन्ट में और पैसा भेजना है तथा फरियादी का मोबाइल नंबर डालने के लिये मांगा तो फरियादी उसे दे दिया और दूसरे ग्राहक में लग गया। थोडी देर बाद उस व्यक्ति ने फरियादी का मोबाइल फोन काउन्टर पर रखकर भाग गया। कुछ समय बाद फरियादी अपना मोबाइल लेकर चेक किया तो उसने फोन पे के जरिये 60000 (साठ हजार रूपये) ट्रांसफर कर लिया था। उसके साथ एक और व्यक्ति था जो दुकान के बाहर खडा था।
इसी प्रकार की शिकायत कुछ और कियोस्क संचालकों के द्वारा थाना सिटी कोतवाली मे दर्ज कराई गई । मामले को गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित कर उक्त अज्ञात व्यक्ति के संबंध मे विभिन्न स्रोतों से जानकारी एकत्रित की गई। मुखबिर से प्राप्त सूचना एवं जांच के दौरान आए तथ्यो के आधार पर पुलिस ने दो व्यक्तियों को पकडकर उनसे पूछताछ की गई। जिनके द्वारा घटना घटित करना स्वीकार किया गया। पुलिस द्वारा विधिवत कार्यवाही करते हुए प्रकरण पंजीबद्ध कर आरोपियो को गिरफ्तार किया गया व घटना मे प्रयुक्त मोबाईल फोन तथा नगदी जप्त की गई है।
*पूछताछ के दौरान यह तथ्य सामने आए* कि दोनों युवक उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं—एक जनपद गोंडा से और दूसरा बाराबंकी से। ये आरोपी ट्रेन के माध्यम से सतना पहुंचे और यहां बाइक रेंट पर लेने की कोशिश की, लेकिन जब उन्हें सतना में किराए पर बाइक नहीं मिली, तो उन्होंने रीवा जिले में ऑनलाइन सर्च कर बाइक किराए पर ली। रीवा से बाइक लेकर ये सतना लौटे और अपराध की योजना बनाई। आरोपियों ने बताया कि वे जिस जिले से बाइक किराए पर लेते हैं, वहां कोई अपराध नहीं करते, ताकि उनकी पहचान उजागर न हो।
इनका मुख्य निशाना कियोस्क संचालक होते थे। ये पहले कैश से भरा बैग दिखाकर दुकानदार का विश्वास जीतते थे। फिर 2000 रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहते थे और 2000 रुपये नकद देते थे। इसमें से 1000 रुपये एक खाते में ट्रांसफर करवा लेते थे। ट्रांसफर के दौरान ये दुकानदार की आईडी, पासवर्ड या पैटर्न देख लेते थे। बाकी 1000 रुपये देकर ये कहते थे कि थोड़ी देर में आकर फिर ट्रांसफर करवाएंगे।
कुछ समय बाद ये वापस आकर दुकानदार की व्यस्तता का फायदा उठाते हुए उससे खाता नंबर और संबंधित विवरण डालने के लिए उसका मोबाइल लेकर खाते में पैसे डालने का बहाना करते थे। लेकिन ये 1000 रुपये की बजाय, कियोस्क में उपलब्ध अधिकतम राशि को अपने खाते में ट्रांसफर कर देते थे और ट्रांजेक्शन का नोटिफिकेशन डिलीट कर देते थे, जिससे दुकानदार को पता नहीं चलता। इसके बाद ये मौके से फरार हो जाते थे।
आरोपी एक ऑनलाइन कैसिनो और क्रिकेट सट्टा वेबसाइट का उपयोग करते थे, जिससे उनका खाता निजी न होकर गेमिंग प्लेटफॉर्म से जुड़ा होता था। इससे यदि पीड़ित 1930 पर कॉल कर शिकायत करता था और खाता होल्ड होता था, तो वह ऑनलाइन गेमिंग कंपनी का होता था, जिससे आरोपियों की पहचान और पकड़ में मुश्किल होती थी।
इस प्रकार, आरोपीगण तकनीकी जानकारी और लोगों की असावधानी का लाभ उठाकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते थे। पूर्व में भी इनके द्वारा प्रयागराज एवं अन्य स्थानों में इसी प्रकार ठगी कि घटना की गई थी जिसमें यह जेल में रहे हैं।
*सतर्कता और जागरूकता ही ऐसे अपराधों से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय है*
सावधानी बरतें – ठगी से बचें
*कृपया निम्नलिखित सावधानियाँ बरतें:*
• कभी भी किसी अजनबी को अपना मोबाइल फोन न दें।
• अपने कियोस्क सिस्टम की आईडी, पासवर्ड या पैटर्न को गोपनीय रखें।
• किसी भी लेन-देन के दौरान सतर्क रहें और अनजान व्यक्तियों पर तुरंत विश्वास न करें।
• संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस को दें।
*गिरफ्तार आरोपियो का नाम पता-* 01- पवन कुमार सिंह पिता हरिवक्श सिंह उम्र 34 वर्ष निवासी बांसगांव थाना टिकैतनगर जिला बाराबंकी उ.प्र.
02-अंकुर सिंह पिता रामअधार सिंह उम्र 25 वर्ष निवासी ग्राम दुरौनी थाना परसपुर जिला गोंडा उ.प्र.
*जप्त मशरुका*- एक ओप्पो तथा एक विवो कंपनी का एंड्रायड मोबाईल तथा 40000/- रुपये नगद।
*सराहनीय भूमिका*- निरीक्षक रावेन्द्र द्विवेदी, उनि प्रीति कुशवाहा, उनि सुभाषचन्द्र वर्मा, प्र.आर. विकास सिह, प्र.आर. नीरज सिंह, आरक्षक सुरेश मिश्रा, आरक्षक आकाश द्विवेदी थाना सिटी कोतवाली सतना, उनि अजीत सिंह सायवर सेल प्रभारी सतना, प्र.आर. अशलेन्द्र सिंह सायवर सेल सतना, आरक्षक संदीप परिहार, आरक्षक सुशील द्विवेदी सायवर सेल मैहर एवं अन्य पुलिसकर्मियों का सराहनीय योगदान रहा।
